देश का पहला बंगाली साहित्य महोत्सव रविवार को कोलकाता में आयोजित होगा. इस आयोजन में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के साहित्यकार हिस्सा लेंगे.पत्र भारती प्रकाशन के सहयोग से ऑक्सफोर्ड बुक स्टोर द्वारा आयोजित दिनभर का अपीजे बांग्ला साहित्य उत्सव (एबीएसयू) बहस, चर्चा और कविता सत्रों के माध्यम से बंगाली साहित्य के रुझानों और बदलावों की तलाश करेगा.
पत्र भारती समूह के प्रबंध निदेशक त्रिदिब कुमार चट्टोपाध्याय ने कहा, “यद्यपि कोलकाता में हर साल तीन साहित्य उत्सव आयोजित होते हैं लेकिन कोई भी साहित्य उत्सव बंगाली साहित्य को समर्पित नहीं है.”
उन्होंने कहा, “इससे न सिर्फ दृष्टिकोण को व्यापक करने में मदद मिलेगी, बल्कि विवादास्पद लेखन को भी सामने लाया जा सकेगा.”
महोत्सव में प्रख्यात लेखक शीर्षेन्दु मुखोपाध्याय, नबनीता देव सेन, समरेश मजुमदार, संखा घोष, इमदादुल हकमिलान (बांग्लादेश), बानी बसु सहित अन्य प्रतिभागी हिस्सा लेंगे.
सिनेमा और साहित्य के बीच संबंधों को रेखांकित करने के लिए फिल्मकार गौतम घोष, सुमन मुखोपाध्याय, अनिरुद्ध रॉय चौधरी, मैनाक भौमिक के साथ ही बंगाली संगीतकार नचिकेता, सुरोजित चटर्जी और कालिका प्रसाद भी चर्चा सत्र में हिस्सा लेंगे.
इसमें साहित्य और सिनेमा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी.
पत्र भारती समूह के प्रबंध निदेशक त्रिदिब कुमार चट्टोपाध्याय ने कहा, “यद्यपि कोलकाता में हर साल तीन साहित्य उत्सव आयोजित होते हैं लेकिन कोई भी साहित्य उत्सव बंगाली साहित्य को समर्पित नहीं है.”
उन्होंने कहा, “इससे न सिर्फ दृष्टिकोण को व्यापक करने में मदद मिलेगी, बल्कि विवादास्पद लेखन को भी सामने लाया जा सकेगा.”
महोत्सव में प्रख्यात लेखक शीर्षेन्दु मुखोपाध्याय, नबनीता देव सेन, समरेश मजुमदार, संखा घोष, इमदादुल हकमिलान (बांग्लादेश), बानी बसु सहित अन्य प्रतिभागी हिस्सा लेंगे.
सिनेमा और साहित्य के बीच संबंधों को रेखांकित करने के लिए फिल्मकार गौतम घोष, सुमन मुखोपाध्याय, अनिरुद्ध रॉय चौधरी, मैनाक भौमिक के साथ ही बंगाली संगीतकार नचिकेता, सुरोजित चटर्जी और कालिका प्रसाद भी चर्चा सत्र में हिस्सा लेंगे.
इसमें साहित्य और सिनेमा से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें