आज यानि 2 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दासता उन्मूलन दिवस मनाया जाता है |
इसी दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानव-व्यापार और वेश्यावृत्ति से संघर्ष
की अभिसंधि स्वीकृत की थी| यह दिवस मनाने का उद्देश्य यह है कि आधुनिक युग
में दासता के जो रूप प्रचलित हैं उनसे संघर्ष किया जाए| इन रूपों में
प्रमुख हैं - मानव-व्यापार, यौन शोषण, बाल-श्रम, ज़बरन विवाह, वधुओं की
बिक्री, विधवाओं को धरोहर में दिया जाना, तथा सशस्त्र टकरावों में उपयोग के
लिए बच्चों को ज़बरदस्ती भरती किया जाना|
आजकल संसार में दो करोड़ दस लाख स्त्री-पुरुष और बच्चे दासता में जी रहे हैं| - एजेंसी
आजकल संसार में दो करोड़ दस लाख स्त्री-पुरुष और बच्चे दासता में जी रहे हैं| - एजेंसी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें